भाजपा की अन्दुरी कलह सामने आई सड़क पर लेट कर टिकट की नारजगी जताई
नकवी के सामने बवाल |
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कानपुर। भाजपा में टिकट को लेकर असंतोष थमने का नाम नहीं ले रहा है। शुक्रवार को मंधना के एक गेस्ट हाउस में चुनाव प्रबंधन समिति की बैठक में आए राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मुख्तार अब्बास नकवी के सामने भी असंतुष्टों ने विद्रोही तेवर अपना लिये। टिकटों को लेकर असंतुष्टों ने न सिर्फ उनको घेर कर नारेबाजी की, बल्कि छावनी से टिकट मांग रहे एक दावेदार अपने समर्थकों समेत उनकी कार के आगे लेट गये। कार्यकर्ताओं के बीच आपस में धक्कामुक्की भी हुई। गरमागरमी होने पर वरिष्ठ नेताओं ने किसी तरह मामला शांत कराया। राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मुख्तार अब्बास नकवी शुक्रवार को क्षेत्रीय चुनाव प्रबंधन समिति की बैठक लेने आए थे। इसमें कानपुर परिक्षेत्र के 44 प्रत्याशियों को भी बुलाया गया था। बैठक में विद्रोह को लेकर विचार विमर्श हो ही चुका था, पर बैठक से निकलते ही मुख्तार अब्बास नकवी को यह प्रत्यक्ष देखने को मिल गया। टिकट की दावेदारी कर रहे नेताओं ने अपने समर्थकों के साथ उनको घेर लिया। नारेबाजी शुरू हो गई। माहौल गरमाने लगा। छावनी सीट से दावेदारी कर रहे पार्षद लखन ओमर अपने समर्थकों विनोद गुप्ता, नितिन जायसवाल के साथ नारेबाजी करने लगे। वे समर्थकों के साथ मुख्तार अब्बास नकवी की कार के आगे लेट गये। माहौल गरमाने लगा। मुख्तार अब्बास को इतने लोगों ने घेर रखा था कि वे अपनी कार तक नहीं पहुंच पा रहे थे। कार्यकर्ताओं के बीच आपस में धक्कामुक्की हुई। बड़ी मुश्किल से स्थानीय पदाधिकारियों ने उनको कार में बैठाया लेकिन पार्षद लखन ओमर और समर्थक कार के आगे से हटने को राजी नहीं थे। वे टिकट बदलने की मांग कर रहे थे। बड़ी मुश्किल से उन्हें समझा- बुझा कर कार के आगे से हटाया गया। सीसामऊ सीट से दावेदारी कर रहे डॉ. दिवाकर मिश्रा, राधा दुबे और आशुमेंद्र प्रताप सिंह ने भी राष्ट्रीय उपाध्यक्ष के सामने अपनी बात रखी। टिकट बदलने के लिये उनको ज्ञापन सौंपा। बैठक में प्रमुख रुप से महिला मोर्चा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सरिता भदौरिया, प्रदेश महामंत्री (संगठन) राकेश जैन, प्रांत संगठन मंत्री (बिहार) नागेंद्र नाथ, क्षेत्रीय अध्यक्ष मानवेंद्र सिंह, बीडी राय, जिलाध्यक्ष विजय सेंगर, महामंत्री सुरेंद्र मैथानी समेत बड़ी संख्या में नेता और कार्यकर्ता मौजूद थे। टिकट बदलने पर विचार नहीं मुख्तार अब्बास नकवी स्थानीय पदाधिकारियों को यह इशारा कर गये हैं कि फिलहाल टिकट बदलने पर विचार नहीं होगा। इस तरह से विरोध प्रदर्शित करने पर तो टिकट बदलने का सवाल ही नहीं उठता। संगठन में इस तरह से विरोध करना उचित नहीं है। |
श्रोत compact.amarujala.कॉम http://compact.amarujala.com/city/3-1-7931.html